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न ब्रोकर की जरूरत न चाहिए कोई जुगाड़, घर बैठे ऐसे बुक करें अपनी नई गाड़ी का VIP फैंसी नंबर; यहां जानिए सबसे आसान तरीका



अगर आप अपनी गाड़ी का VIP फैंसी नंबर लेना चाहते हैं, तो अब आपको ब्रोकर या किसी जुगाड़ की जरूरत नहीं है। आप खुद ही घर बैठे गाड़ी का VIP नंबर बुक कर सकते हैं। आइए आज इसका आसान प्रॉसेस जानते हैं।

अब वो जमाना लद गया, जब ग्राहकों को आरटीओ ऑफिस में जाकर किसी ब्रोकर या अधिकारी से जुगाड़ लगाकर गाड़ियों के लिए वीआईपी नंबर लेना पड़ता था। अगर आप 0001, 0002, 0003, 0007, 0777, 0786, 1111, 2222 की तरह या अपना कोई लकी नंबर लेना चाहते हैं, तो यह खबर आपके काम की है। जी हां, क्योंकि आज हम यहां पर आपको टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर के लिए वीआईपी नंबर लेने के प्रॉसेस के बारे में बताने जा रहे हैं। अगर आप भी अपनी गाड़ी के लिए कोई वीआईपी या मनपसंद नंबर लेना चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे पहले आपको parivahan.gov.in की वेबसाइट पर विजिट करना होगा, जहां आपको फैंसी नंबर के बारे में पता चल जाएगा और यही से आप इसे बुक भी कर सकते हैं। आप वेबसाइट के जरिए यह भी चेक कर सकते हैं कि आपके द्वारा चुना गया नंबर उपलब्ध है या नहीं? आइए इसका प्रॉसेस जानते हैं।

फैंसी नंबर पाने का स्टेप-बाय-स्टेप प्रॉसेस

सबसे पहले आपको https://parivahan.gov.in वेबसाइट को ओपेन करना होगा।
इसके बाद आपको इसके ऑनलाइन सर्विस वाले कॉलम में फैंसी नंबर का विकल्प चुनना होगा।
इसके बाद पब्लिक यूजर पर जाकर यूजर के रूप में खुद को रजिस्टर्ड करना होगा।
रजिस्टर्ड करने के बाद आपको लॉग-इन करना होगा।
इसके बाद आपको यहां दो ऑप्शन दिखाई देंगे।
यहां आप ऑक्शन और फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व प्रॉसेस का चुनाव अपने हिसाब से कर सकते हैं।
इसके बाद आपको अपने शहर और नजदीकी आरटीओ की डिटेल्स देनी होगी।
इसके प्रॉसेस के बाद आप अपना मनपसंद नंबर देखकर चुनेंगे और आगे फॉर्म भरेंगे।
इसके अगले स्टेप में फॉर्म में सभी जानकारियां सही-सही भरने के बाद भुगतान करेंगे।
भुगतान करने के बाद इसकी पीडीएफ डाउनलोड कर आपको अपने डीलर को भेजना होगा।
इसके बाद इसे डीलर या खुद से जाकर आरटीओ ऑफिस में भी दर्ज करवाकर वेरिफाई करना होगा।

किस कंडीशन में होता है ऑक्शन?

आपको बता दें कि मनपसंद नंबर लेने के लिए सभी राज्यों के परिवहन विभाग द्वारा अलग-अलग नंबर्स के लिए अलग-अलग कीमत तय की जाती है। कार या बाइक के लिए वीआईपी नंबर पाने के लिए parivahan.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसके बाद यहां वीआईपी नंबर्स की बोली लगती है। इन नंबर्स की कीमत एक हजार रुपये से लेकर कई हजार रुपये तक हो सकती है। उदाहरण के लिए मान लीजिए कि जैसे 0786 या 0007 नंबर के लिए एक साथ कई लोग आवेदन कर देते हैं, तो ऐसे समय में ऑक्शन भी हो सकता है। इसमें ज्यादा बोली लगाने वाले व्यक्ति को ही यह नंबर मिलता है।

डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल लाइव हिंदुस्तान न्यूज सर्विस से लिया गया है।